इस पाठ में, छात्र यह समझेंगे कि ब्रह्मांड में प्रत्येक वस्तु प्रत्येक अन्य वस्तु को गुरुत्वाकर्षण बल से आकर्षित करती है, जो उनके द्रव्यमान और उनके बीच की दूरी पर निर्भर करता है।
छात्र निम्नलिखित कार्य करने में सक्षम होंगे:
संदर्भ: एनसीईआरटी पुस्तक संरेखण
यह पाठ एनसीईआरटी ग्रेड 9 विज्ञान पाठ्यपुस्तक, अध्याय 9: गुरुत्वाकर्षण, खंड 1 – गुरुत्वाकर्षण का सार्वत्रिक नियम के साथ संरेखित है ।
पाठ के अंत तक, छात्र निम्नलिखित कार्य करने में सक्षम होंगे:
आइज़ैक न्यूटन द्वारा प्रतिपादित गुरुत्वाकर्षण का सार्वभौमिक नियम, भौतिकी के सबसे मौलिक नियमों में से एक है। यह बताता है कि वस्तुएँ पृथ्वी पर क्यों गिरती हैं, ग्रह सूर्य की परिक्रमा क्यों करते हैं, और खगोलीय पिंड एक-दूसरे को कैसे प्रभावित करते हैं। न्यूटन की अंतर्दृष्टि—कि सेब को ज़मीन पर गिराने वाला वही बल चंद्रमा की गति को भी नियंत्रित करता है—ने पार्थिव और खगोलीय यांत्रिकी को एकीकृत किया। शिक्षकों को इन बातों पर ज़ोर देना चाहिए:
| शीर्षक | अनुमानित अवधि | प्रक्रिया | संदर्भ सामग्री |
|---|---|---|---|
| संलग्न करें | 5 | गतिविधि: एक छोटी क्लिप दिखाएँ या एक प्रदर्शन दिखाएँ जहाँ एक सेब (या गेंद) ज़मीन पर गिरता है। पूछें:
चर्चा का संकेत: विद्यार्थियों को गिरते हुए सेब के बारे में न्यूटन की जिज्ञासा को याद करने के लिए मार्गदर्शन करें और इस प्रश्न की ओर ले जाएं – क्या ब्रह्मांड में सभी वस्तुओं के बीच एक ही बल कार्य कर सकता है? | स्लाइड्स |
| अन्वेषण करें | 10 | गुरुत्वाकर्षण के लिए एक आभासी प्रयोगशाला के माध्यम से व्यावहारिक गतिविधि। | स्लाइड्स + वर्चुअल लैब |
| व्याख्या करें | 10 | न्यूटन के सार्वभौमिक गुरुत्वाकर्षण नियम का परिचय दें: ब्रह्माण्ड में प्रत्येक वस्तु प्रत्येक अन्य वस्तु को एक बल से आकर्षित करती है जो उनके द्रव्यमानों के गुणनफल के समानुपाती तथा उनके केन्द्रों के बीच की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है। F=GMm/r2 जहाँ: F = गुरुत्वाकर्षण बल, G = गुरुत्वाकर्षण स्थिरांक (6.67 × 10⁻¹¹ N·m²/kg²), M,m = दो वस्तुओं के द्रव्यमान, r = केंद्रों के बीच की दूरी। उदाहरण समस्या: 1 मीटर की दूरी पर रखे गए दो 1 किग्रा द्रव्यमानों के बीच बल की गणना करें। इंटरैक्टिव स्पष्टीकरण: दृश्य या सिमुलेशन का उपयोग करके दिखाएं कि दूरी या द्रव्यमान में परिवर्तन होने पर बल किस प्रकार बदलता है। | स्लाइड्स |
| मूल्यांकन करें | 10 | छात्र एलएमएस पर स्व-मूल्यांकन कार्य का प्रयास करेंगे | वर्चुअल लैब |
| विस्तरित करें | 5 | चुनौती: विद्यार्थियों को यह समझाने के लिए चुनौती दें कि कक्षा में छोटी वस्तुओं के बीच गुरुत्वाकर्षण बल नगण्य क्यों होता है। | स्लाइड्स |
हम रोज़ाना वस्तुओं को पृथ्वी की ओर गिरते देखते हैं—कोई गेंद लुढ़कती है, कोई सेब गिरता है, या बादलों से बारिश होती है। लेकिन हर चीज़ नीचे की ओर क्यों गिरती है? सर आइज़क न्यूटन ने ही यह समझा था कि जो बल एक सेब को नीचे खींचता है, वही बल चंद्रमा को पृथ्वी के चारों ओर और ग्रहों को सूर्य के चारों ओर चक्कर लगाने के लिए प्रेरित करता है। उन्होंने गुरुत्वाकर्षण का सार्वभौमिक नियम प्रतिपादित किया , जो आकाशीय और स्थलीय पिंडों की गति को समान रूप से समझाने वाले सबसे महत्वपूर्ण वैज्ञानिक नियमों में से एक बन गया।
यह नियम दर्शाता है कि ब्रह्माण्ड में प्रत्येक वस्तु हर दूसरी वस्तु को, चाहे वह कितनी भी बड़ी या छोटी क्यों न हो, गुरुत्वाकर्षण बल नामक बल से आकर्षित करती है ।
1. कानून का विवरण
गुरुत्वाकर्षण का सार्वभौमिक नियम कहता है कि:
“ब्रह्मांड में प्रत्येक वस्तु प्रत्येक अन्य वस्तु को एक बल से आकर्षित करती है जो उनके द्रव्यमानों के गुणनफल के समानुपाती तथा उनके केंद्रों के बीच की दूरी के वर्ग के व्युत्क्रमानुपाती होता है।”
गणितीय रूप से,
F=GMm/r2 जहां:
यह समीकरण हमें बताता है कि द्रव्यमान जितना अधिक होगा , बल उतना ही अधिक प्रबल होगा – और जैसे-जैसे दूरी बढ़ती है , बल तेजी से कमजोर होता जाता है।
2. गुरुत्वाकर्षण बल की प्रकृति
3. कानून का महत्व
न्यूटन के नियम ने पृथ्वी और आकाश के भौतिकी को एकीकृत किया । यह बताता है:
4. बल, द्रव्यमान और दूरी के बीच संबंध
5. गुरुत्वाकर्षण स्थिरांक (G)
इसका मान 6.67×10-11 N⋅m²/kg2 है। यह ब्रह्मांड में हर जगह समान रहता है , इसीलिए इस नियम को सार्वत्रिककहा जाता है।
यह पूरे पाठ में प्रयुक्त शब्दावली शब्दों की सूची है।
गुरुत्वाकर्षण आभासी वास्तविकता (वीआर) लैब में आपका स्वागत है ! इस रोमांचक सिमुलेशन में, आप ब्रह्मांड की सबसे शक्तिशाली शक्तियों में से एक – गुरुत्वाकर्षण – का अन्वेषण करेंगे ।
गुरुत्वाकर्षण वह अदृश्य बल है जो वस्तुओं को एक-दूसरे की ओर खींचता है। यही कारण है कि जब आप गेंद को ऊपर की ओर फेंकते हैं तो वह वापस ज़मीन पर गिर जाती है और पृथ्वी सूर्य के चारों ओर एक आदर्श कक्षा में घूमती है।
इस आभासी प्रयोगशाला में, आप गुरुत्वाकर्षण को क्रियाशील देखेंगे , प्रयोग करेंगे कि द्रव्यमान और दूरी गुरुत्वाकर्षण बल को कैसे प्रभावित करते हैं, तथा वास्तव में समझेंगे कि यह सार्वभौमिक बल हमारी दुनिया और ब्रह्मांड को कैसे आकार देता है।
चरण 1: आकर्षक बल का परिचय
चरण 2: सूर्य के चारों ओर पृथ्वी की परिक्रमा
चरण 3: वास्तविक समय सिमुलेशन
चरण 4: मूल्यांकन
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