मानव आँख और रंगीन दुनिया

मानव आँख और रंगीन दुनिया

सामग्री मानक

इस पाठ में, छात्र यह समझ प्रदर्शित करेंगे कि प्रकाश प्रिज्म के माध्यम से कैसे अपवर्तित होता है और इसके घटक रंगों में कैसे विभाजित होता है। वे इस घटना को आरेखों, वास्तविक जीवन के उदाहरणों (इंद्रधनुष, फव्वारा) और सरल मापन (विक्षेपण कोण) का उपयोग करके पहचानेंगे और प्रस्तुत करेंगे।

प्रदर्शन मानकों

छात्र सक्षम होंगे:

  • त्रिभुजाकार काँच के प्रिज्म के माध्यम से प्रकाश के अपवर्तन की पहचान करना और उसका प्रतिनिधित्व करना।
  • मुख्य शब्दों को समझना: प्रिज्म का कोण, विक्षेपण कोण, अपवर्तन, और स्पेक्ट्रम।
  • काँच की स्लैब और प्रिज्म में अपवर्तन की तुलना करना।
  • यह समझाना कि सूर्य का प्रकाश सात रंगों में कैसे विभाजित होता है और वे कैसे पुनः मिलते हैं।
  • इस अवधारणा को वास्तविक जीवन की घटनाओं जैसे इंद्रधनुष और फव्वारे में लागू करना।

संरेखण मानक

संदर्भ: NCERT पुस्तक के अनुसार

यह पाठ NCERT कक्षा 10 विज्ञान पाठ्यपुस्तक, अध्याय 10: मानव नेत्र तथा रंग-बिरंगी संसार के साथ संरेखित है।खंड 10.3: प्रिज्म के माध्यम से प्रकाश का अपवर्तन |

पूर्वापेक्षाएँ (पूर्व ज्ञान)

  • प्रकाश के अपवर्तन की मूल समझ (पूर्व पाठ: आयताकार काँच की स्लैब के माध्यम से अपवर्तन)।
  • प्रवेश किरण (Incident Ray), अपवर्तित किरण (Refracted Ray), उभरती किरण (Emergent Ray), और सामान्य रेखा (Normal) जैसे शब्दों से परिचित होना।
  • इंद्रधनुष जैसी प्राकृतिक घटनाओं के सामान्य ज्ञान से परिचित होना।

सीखने के उद्देश्य

पाठ के अंत तक, छात्र सक्षम होंगे:

  • प्रिज्म के माध्यम से प्रकाश के अपवर्तन को परिभाषित करना और समझाना।
  • एक रेखा चित्र (Ray Diagram) बनाना और लेबल करना, जिसमें अपवर्तित किरण, प्रवेश किरण, उभरती किरण और विक्षेपण कोण दिखाया गया हो।
  • सफेद प्रकाश का VIBGYOR (वायलेट, इंडिगो, ब्लू, ग्रीन, येलो, ऑरेंज, रेड) में अपवर्तन और उसका विवरण समझाना।
  • यह प्रदर्शित करना कि कैसे दो प्रिज्म स्पेक्ट्रम को पुनः मिलाकर सफेद प्रकाश बना सकते हैं।
  • इन अवधारणाओं को प्राकृतिक घटनाओं जैसे इंद्रधनुष के निर्माण से जोड़ना।

परिचय

इस सत्र में, छात्र यह अन्वेषण करेंगे कि प्रिज्म प्रकाश को कैसे मोड़ता है और रंगों का स्पेक्ट्रम कैसे उत्पन्न करता है। गतिविधियों, प्रदर्शन और वर्चुअल लैब सिमुलेशनों के माध्यम से, वे इस वैज्ञानिक अवधारणा को वास्तविक जीवन की प्रेक्षणों से जोड़ेंगे, जैसे बारिश के बाद इंद्रधनुष या झरनों के माध्यम से देखा गया प्रकाश।

समयरेखा (40 मिनट)

शीर्षकअनुमानित अवधिप्रक्रियासंदर्भ सामग्री
संलग्न करें5

बारिश के बाद इंद्रधनुष क्यों दिखाई देता है?

स्लाइड्स

अन्वेषण करें10

उन स्थानों के बारे में सोचें जहाँ आपने रंग-बिरंगे प्रकाश प्रभाव देखे हैं।

स्लाइड्स

व्याख्या करें10

शिक्षक प्रिज्म की संरचना, प्रिज्म कोण और विक्षेपण कोण समझाते हैं। फिर, एक आरेख और VIBGYOR क्रम के साथ अपवर्तन (Dispersion) की जानकारी देते हुए, शिक्षक न्यूटन के दो-प्रिज्म प्रयोग को 3D मॉडल और  वर्चुअल लैब के माध्यम से दिखाते हैं।

स्लाइड्स और छात्र एलएमएस पर स्व-मूल्यांकन कार्य का प्रयास करेंगे

मूल्यांकन करें10

छात्र एलएमएस पर स्व-मूल्यांकन कार्य का प्रयास करेंगे |

वर्चुअल लैब

विस्तरित करें5

पूछें: “क्या दो प्रिज्मों को इस तरह व्यवस्थित किया जा सकता है कि वे एक-दूसरे के फैलाव को रद्द कर दें लेकिन फिर भी विचलन उत्पन्न करें? एक उदाहरण के साथ समझाएँ।”

स्लाइड्स

मानव आँख और रंगीन दुनिया

परिचय

इस पाठ में, छात्र यह सीखेंगे कि प्रकाश जब त्रिभुजाकार काँच के प्रिज्म से गुजरता है तो वह कैसे मुड़ता है (अपवर्तन) और कैसे वह सात रंगों में विभाजित होता है (विवर्तन/डिस्पर्शन)। प्रदर्शन, किरण आरेख (रे डायग्राम) और इंद्रधनुष जैसे वास्तविक जीवन के उदाहरणों के माध्यम से, छात्र यह जानेंगे कि प्रिज्म प्रकाश की दिशा कैसे बदलते हैं और प्राकृतिक घटनाओं को समझने में यह अवधारणा क्यों महत्वपूर्ण है।

लिखित

1. क्यों पढ़ें: अपवर्तन और विवर्तन?

क्या आपने कभी सोचा है कि बारिश के बाद इंद्रधनुष क्यों दिखता है या काँच के क्रिस्टल से गुजरते समय प्रकाश रंगीन क्यों दिखाई देता है?
ये आकर्षक प्रभाव अपवर्तन (Refraction) और विवर्तन (Dispersion) के कारण होते हैं। इंद्रधनुष और स्पेक्ट्रम बनने की प्रक्रिया को समझने के लिए पहले यह जानना जरूरी है कि प्रकाश प्रिज़्म के अंदर कैसे व्यवहार करता है।

उदाहरण के लिए, सोचिए कि यदि आप सैकड़ों पौधों को बिना किसी व्यवस्था के सीखें — तो यह बहुत मुश्किल हो जाएगा। लेकिन अगर उन्हें जड़ी-बूटियाँ, झाड़ियाँ और पेड़ के समूह में बाँट दें, तो सीखना और तुलना करना बहुत आसान हो जाता है। इसी तरह, प्रकाश के व्यवहार को समझने के लिए हमें चरणबद्ध रूप से प्रक्रिया जाननी होती है।

2. अपवर्तन और विवर्तन क्या हैं?

  • अपवर्तन (Refraction): जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में गुजरते समय मुड़ता है।
  • विवर्तन (Dispersion): जब सफेद प्रकाश प्रिज़्म से गुजरते समय अपने घटक रंगों (VIBGYOR) में विभाजित हो जाता है।

3. मुख्य घटक

  • त्रिभुजीय प्रिज़्म (Triangular Prism): दो त्रिभुजाकार सतहों और तीन आयताकार सतहों वाला पारदर्शी ठोस।
  • आपतित किरण (PE / Incident Ray): प्रिज़्म पर पड़ने वाली आने वाली किरण।
  • अपवर्तित किरण (EF / Refracted Ray): प्रिज़्म में प्रवेश करते समय लंबरेखा की ओर मुड़ती किरण।
  • उदगमित किरण (FS / Emergent Ray): प्रिज़्म से निकलते समय लंबरेखा से दूर मुड़ती किरण।
  • विचलन कोण (∠D / Angle of Deviation): आपतित और उदगमित किरणों के बीच बना कोण।
  • स्पेक्ट्रम (VIBGYOR / Spectrum): सफेद प्रकाश के सात रंगों की पट्टी।

4. प्रिज़्म में प्रकाश के व्यवहार की प्रक्रिया

चरण 1: प्रकाश प्रिज़्म की सतह AB (वायु → काँच) से प्रवेश करता है और लंबरेखा की ओर मुड़ता है

चरण 2: प्रकाश प्रिज़्म के भीतर से गुजरता है और सतह AC (काँच → वायु) से बाहर निकलता है, लंबरेखा से दूर मुड़ता है

चरण 3: उदगमित किरण आपतित किरण के समानांतर नहीं होती बल्कि विचलन कोण D बनाती है।

चरण 4: सफेद प्रकाश सात रंगों (VIBGYOR) में विभाजित होता है क्योंकि प्रत्येक रंग अलग-अलग मात्रा में मुड़ता है।

  • लाल सबसे कम मुड़ता है
  • बैंगनी सबसे अधिक मुड़ता है

5. उदाहरण: न्यूटन का प्रिज़्म प्रयोग

  • जब सूर्य का प्रकाश प्रिज़्म से गुजरता है → यह VIBGYOR में बंट जाता है।
  • यदि दूसरा प्रिज़्म उल्टा रखा जाए → ये रंग सफेद प्रकाश में पुनः मिल जाते हैं।

6. दृश्य प्रतिनिधित्व

  • किरण आरेख (Ray Diagram): आपतित किरण (PE), अपवर्तित किरण (EF), उदगमित किरण (FS), और विचलन कोण (∠D)।
  • स्पेक्ट्रम आरेख (Spectrum Diagram): सफेद प्रकाश के टूटने से सात रंग (ऊपर से बैंगनी, नीचे लाल)।
  • वास्तविक उदाहरण: बारिश के बाद इंद्रधनुष, पानी की बूँदें छोटे प्रिज़्म की तरह काम करती हैं।

7. उपयोग / यह क्यों महत्वपूर्ण है?

  • प्राकृतिक इंद्रधनुष बनने की प्रक्रिया को समझाता है।
  • स्पेक्ट्रोस्कोपी में प्रकाश और पदार्थों के अध्ययन में उपयोग।
  • ऑप्टिकल उपकरण (Spectrometer) डिज़ाइन करने में सहायक।
  • भौतिकी प्रयोगों में प्रकाश के व्यवहार को प्रदर्शित करता है।
  • फाइबर ऑप्टिक्स, कैमरा प्रिज़्म और अन्य तकनीकों का आधार।

शब्दावली

यह पाठ में प्रयुक्त शब्दावली की सूची है:

  • प्रिज़्म (Prism): एक पारदर्शी ठोस, जिसकी सपाट और कोणीय सतहें होती हैं और जो प्रकाश को अपवर्तित करती हैं।
  • अपवर्तन (Refraction): जब प्रकाश एक माध्यम से दूसरे माध्यम में गुजरते समय मुड़ता है।
  • प्रिज़्म का कोण (Angle of Prism): प्रिज़्म की दो अपवर्तक सतहों के बीच का कोण।
  • विचलन कोण (∠D / Angle of Deviation): आपतित और उदगमित किरणों के बीच बना कोण।
  • विवर्तन (Dispersion): प्रिज़्म द्वारा सफेद प्रकाश को उसके घटक रंगों में विभाजित करना।
  • स्पेक्ट्रम (Spectrum): विवर्तन के कारण बनने वाले रंगों की पट्टी (VIBGYOR)।
  • VIBGYOR: Violet, Indigo, Blue, Green, Yellow, Orange, Red का संक्षिप्त रूप।
  • इंद्रधनुष (Rainbow): वर्षा की बूँदों द्वारा सूर्य के प्रकाश के विवर्तन और आंतरिक परावर्तन के कारण बनने वाला प्राकृतिक स्पेक्ट्रम।

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परिचय

वर्चुअल लैब गतिविधि: मानव नेत्र और रंगीन विश्व | प्रिज्म के माध्यम से प्रकाश का अपवर्तन

श्रेणी: सूचनात्मक (Informative)

प्रमुख विशेषताऐं

विशेषताएँ:

  • स्पष्ट और सहज उपयोगकर्ता इंटरफ़ेस, चरण-दर-चरण नेविगेशन के साथ।
  • प्रिज्म और प्रकाश किरणों के दृश्य के साथ वास्तविक समय में अपडेट, जैसे-जैसे छात्र आगे बढ़ते हैं।
  • प्रत्येक चरण में छवियों और एनिमेशन का उपयोग करके मुख्य अवधारणाओं का दृश्य प्रतिनिधित्व।
  • अपवर्तन और विवर्तन (Dispersion) की समझ जाँचने के लिए वैकल्पिक क्विज़ या चुनौती मोड।

वीआर अनुभव के लिए चरण-दर-चरण प्रक्रिया

 वर्चुअल लैब शुरू करें।

चरण 1 — प्रिज्म क्या है?

  • जानें कि प्रिज्म एक पारदर्शी ठोस होता है जिसकी सपाट और कोणीय सतहें होती हैं।

  • देखें कि अपवर्तन के कारण प्रकाश की किरण कैसे मुड़ती है।
    (छवि 1 का उपयोग करें: प्रिज्म परिचय)

चरण 2 — काँच प्रिज्म का आकार

  • उस संरचना का अन्वेषण करें जिसमें दो त्रिभुजाकार आधार और तीन आयताकार सतहें होती हैं।
    (छवि 2 का उपयोग करें: त्रिभुजाकार प्रिज्म का आकार)

चरण 3 — विवर्तन: स्पेक्ट्रम बनाना

  • सफेद प्रकाश को प्रिज्म से गुजारें।

  • देखें कि यह कैसे सात रंगों (VIBGYOR) में विभाजित होता है।
    (छवि 3 का उपयोग करें: स्पेक्ट्रम विवर्तन)

चरण 4 — दो प्रिज्मों से पुनः संयोजन

  • दूसरे प्रिज्म को पहले के विपरीत दिशा में रखें।

  • देखें कि रंग कैसे पुनः मिलकर सफेद प्रकाश बनाते हैं, यह सिद्ध करते हुए कि सूर्य के प्रकाश में सात रंग होते हैं।
    (छवि 4 का उपयोग करें: पुनः संयोजन प्रयोग)

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